जांजगीर-चाम्पा. प्रकृति राखी का पर्व हमें याद दिलाता है कि प्रकृति हमारी जीवन रेखा है और उनकी रक्षा करना हमारा कर्तब्य है.
उक्त बातें देश के पहले वरिष्ठ पत्रकार कुंजबिहारी साहू किसान स्कूल बहेराडीह में आयोजित प्रकृति राखी पर्व में शामिल होने पहुंची महिला बाल विकास विभाग की जिला कार्यक्रम अधिकारी अनिता अग्रवाल ने अपने विचार व्यक्त किया. यहां जिला पंचायत सदस्य उमा राजेंद्र राठौर ने कहा कि प्रकृति राखी पर्व एक विशेष पर्व है, जिसमें हम पेड़ों, पौधों और प्रकृति की रक्षा का संकल्प लेते हैं. ठीक वैसे ही जैसे रक्षा बंधन में भाई बहन एक दूसरे की रक्षा का वचन देते हैं. प्रगतिशील किसान चुड़ामणि राठौर ने प्रकृति राखी पर्व के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यह पर्व वनों की कटाई और पर्यावरण प्रदूषण को रोकने का सन्देश देता है. इसके साथ ही लोगों में जलवायु संतुलन और जैव विविधता को बनाये रखने की भावना विकसित करता है.
किसान स्कूल के आग्रह पर छत्तीसगढ़ में उल्लास पूर्वक मना प्रकृति राखी का पर्व
किसान स्कूल के संचालक दीनदयाल यादव ने कहा कि हमारी टीम के आग्रह पर पिछले साल की भांति इस साल भी छत्तीसगढ़ की सभी जिलों में प्रकृति राखी का पर्व उल्लास पूर्वक मनाया गया और किसान स्कूल को जिलेवार फोटोग्राफ़्स वाट्सप के माध्यम से भेजी गई है. चार साल पूर्व किसान स्कूल से रक्षा बंधन पर्व के ठीक एक दिन पूर्व पेड़ों को अपनी भाई मानकर महिलाओ द्वारा रक्षा सूत्र बाँधी गईं थीं, जो आज किसान स्कूल परिवार के आग्रह पर छत्तीसगढ़ में प्रकृति राखी का पर्व मनाया गया. प्रकृति राखी पर्व को सफल बनाने सरपंच चन्दा सरवन कश्यप, समाजसेवी अजय अग्रवाल, राजेंद्र राठौर, मधु अग्रवाल, अंशिका, सखी वन स्टाफ की निशा खान, सरोज तिवारी, ऐश्वर्या पाटिल, अंजली अग्रवाल, सक्रिय महिला ललिता यादव, पशु सखी पुष्पा यादव, देवकुमारी खुटे, रामबाई साहू पहरिया, लक्ष्मीन यादव बोकरामुड़ा, अनुपा बर्मन परसदा, रुखमणि पाण्डेय, शर्मीला गोस्वामी,साधना यादव, रामबाई यादव व बिहान की दीदियों का सराहनीय योगदान रहा.
स्कूली बच्चों ने पेड़ को पहनाया रक्षा सूत्र
शासकीय प्राथमिक शाला की प्रधानपाठक रामकुमारी राठौर, सुखीराम यादव व विपिन तिवारी ने बताया कि वरिष्ठ पत्रकार कुंजबिहारी साहू किसान स्कूल के आग्रह पर प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी स्कूली छात्रों के द्वारा पेड़ को रक्षा सूत्र पहनाया गया और पेड़ पौधों की रक्षा का संकल्प लिया गया.