जांजगीर-चाम्पा. छत्तीसगढ़ राज्य की स्थापना 25 साल होने के उपलक्ष्य में छत्तीसगढ़ जनसंपर्क टीम द्वारा फ़िल्म बनाई जा रही है। इस फ़िल्म में जिले के एक छोटा सा गांव बहेराडीह में स्थापित भारत के पहला किसान स्कूल की झलक किसानों को देखने को मिलेगी. टीम ने किसान स्कूल पहुँचकर कृषि अवशेष से बनाई जाने वाली विभिन्न प्रकार की चीजों, छत्तीसगढ़ की 36 भाजियों, विलुप्त चीजों को सहेज कर रखे गए संग्रहालय और कृषि क्षेत्र में हो रही नवाचार का बारीकी से अवलोकन किया गया है।
वरिष्ठ पत्रकार कुंजबिहारी साहू किसान स्कूल के संचालक दीनदयाल यादव ने बताया कि उनकी टीम के नवाचारी प्रगतिशील किसान रामाधार देवांगन के साथ छत्तीसगढ़ जनसंपर्क विभाग की टीम किसान स्कूल पहुँची और छत्तीसगढ़ के 25 साल के उपलक्ष्य में फ़िल्म तैयार की जा रही है. इस फ़िल्म में छत्तीसगढ़ के किसानों के सहयोग से किसानों के लिए समर्पित भारत के पहले किसान स्कूल की कार्यों की बारीकी से अवलोकन किया गया और किसान स्कूल की टीम द्वारा किसान स्कूल परिसर में बनाई जा रही तिलहन फसल अलसी समेत केले, भिंडी, अमारी भाजी और चेच भाजी के अवशेष से कपड़ा तथा राखियों के साथ ही विलुप्त चीजों संग्रहालय में सहेजकर रखी गई सामग्रियों, छत्तीसगढ़ की 36 भाजियों,6फीट ऊंची धनिया, चार मंजिला सब्जी फल फूल उगाने की अक्षय चक्र कृषि बाड़ी का मॉडल, मधुमक्खी पालन, पशुपालन, जैविक कृषि मॉडल की एक झलक फ़िल्म में दिखाये जाएंगे। छत्तीसगढ़ जनसंपर्क टीम में शामिल नोएडा से धनंजय सिन्हा, रायपुर से आयुष चंद्रवंशी, विद्यांशु कुंडू और बिलासपुर के शांतनु वैष्णव ने बताया कि छत्तीसगढ़ के 25 साल के उपलक्ष्य में फ़िल्म बनाई जा रही है. इस फ़िल्म में प्रदेश के सभी जिलों का उल्लेख किया जा रहा है, जिसमें स्थानीय जिले के चाम्पा शहर से महज पांच किलोमीटर दूर स्थित सिवनी गांव से लगा छोटा सा गांव बहेराडीह में स्थापित देश का पहला किसान स्कूल और किसान स्कूल परिवार द्वारा कृषि क्षेत्र में किये जा रहे नवाचार की झलक फ़िल्म में इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय रायपुर के सहयोग से शामिल किया जाएगा.
छत्तीसगढ़ के 25 साल के उपलक्ष्य में छत्तीसगढ़ जनसंपर्क टीम द्वारा बनाई जा रही फिल्म में वरिष्ठ पत्रकार कुंजबिहारी साहू किसान स्कूल को इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय रायपुर के मार्गदर्शन में प्रमुखता से शामिल किए जाने पर किसान स्कूल के संरक्षक डॉ. सुरेश कुमार देवांगन समेत स्थानीय जनप्रतिनिधियों, बिहान की महिलाओं, मितानिनों, युवा मंडल, महिला मंडल, किसानों और ग्रामीणों ने छत्तीसगढ़ जनसंपर्क टीम के प्रति प्रसन्नता ब्यक्त किया है.